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जैनशिलालेख-सग्रह
[१५४६. कु कणविय सेडिय बम्मि सेटिय साम्यक्के मत्तरेंटु मने बाँदु
मोगवाडगे गधाण नाकु कत्ते. १२ यदारि सेटिय साम्यक्के मत्तरंटु मने बाँदु भोगवाढगे गधाण
नाल्कु हग्वेय देवि सेहिय ६३ साग्यो मत्सरेंटु मने बोंदु मोगवाडगे गयाण नारकु गोलिय
चडि सेहिय साम्यके मत्त१४ रेंट मने वोंदु मोगवाडगे गयाण नाक बलिय संकि सेटिय
साम्याचे मत्तर? भने ६५ चोंदु मोगवाडगे गाणं नाल्कु कढल मल्लि सेडिय साम्यक्के
मचरेटु भने बाँदु मोगवाडगे गधाण ६६ नानु मरलब्वेय पुत्ररु चण्डि सेहिय साम्यक्के मत्तरेंटु मने
वादु भोगवाडगे गधाण नाल्कु माध६७ बसेहिय साम्यके मनरेट भने बाँदु भोगवाडगे गाणं नाल्कु
[इसी तरह ८३वी पक्ति तक वयसर बोप्पि सेटि, नेमिसेट्टि, गोखर बम्मि सेट्टि, मयिलि सेष्टि, गोखर बोसि सेट्टि, चदि सेट्टि, एम्मेयर चवुडि सेट्टि, होयमर चबुडि सेट्टि, केल्लर गोरवि सेट्टि, तालबम्मि सेट्टि, कडवर देवि सेट्टि, मंचल बोसि सेट्टि, वैणिल मल्लि सेट्टि, वेण्णेय नालि सेट्टि, दोड्डर केति सेट्टि, मजडिय येचि सेट्रि, गठि सेट्टि, मुरियर कलि सेट्टि, बयिसर वसवि सैट्टि, नूति सेट्टि, विधिक सेट्टि, इनके बारेमें निर्देश है।] ४३ नाटकु चिक्कि सेहिय माम्यक्के मतदु भने बोंदु सोगवाडगे
गद्याण नाक यिन्ती देवपुत्रिकरोळगे याव८४ नोवनु धम्मक्क याचार्यग विरोधियागि राजगामित्व माढिदन
प्पडे वृत्तिच्छेटसमयवाह्य ॥ ८५ स्वस्ति समस्तमशस्तिसहित श्रीमन्महाप्रधान वसुधेकयान्धर्व
श्रीरेचिदेवदनाय पडकेरे