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पुरुषार्थ सिद्धि उपाय : आचार्य अमत चंद्र स्वामी पुरुषार्थ देशना : परम पूज्य आचार्य श्री १०८ विशुद्ध सागरजी महाराज Page 268 of 583 ISBN # 81-7628-131-3 -2010:002
उसकी सेवा कर देना इसलिए ध्यान रखना, कभी भूलकर भी साँप निकल आए तो मारने नहीं देनां तुम उसे दूसरी जगह छुड़वा देना, क्योंकि हर प्राणी को अपने प्राण प्रिय होते हैं
श्री जैन मंदिर, किनारी बाज़ार, चांदनी चौक, देहली
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