________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
मात्र आप ही नहीं, मैं भी एक कैदी हूँ. आप सरकार और कानून के गुनहगार हैं कि इस सेन्ट्रल जेल में आए हैं. और हम कर्म के गुनहगार हैं, इसीलिए संसार की सेन्ट्रल जेल में पैदा हुए हैं. बाकी जेल और जीवन में कोई विशेष अन्तर नहीं है. जन्म से मृत्यु तक हम सभी बन्धन में हैं.
www.kobatirth.org
For Private And Personal Use Only