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- स्था की ओर बढ़ते कदम अरिक्त हम संस्था के सदस्य गरीव विद्यार्थियों की शिक्षा में सहयोग देते हैं । रक्तदान कैम्प आयोजित करते हैं । प्राकृतिक विपदाओं में लोगों को हर प्रकार से सहयोग देते हैं । ऐसी संस्था में रहकर मानवता की सेवा की जा सकती है । महावीर इंटरनैशनल की संसार भर में शाखाएं हैं ।
इसी संस्था का सम्मेलन जयपुर में था । हमें विधिवत न्निन्त्रण पत्र मिला । हमें इस सम्मेलन में डेलीगेट का दर्जा निजा था । उन दिनों पंजाब में महावीर इंटरनैशनल की मात्र ३-४ शाखाएं ही खुल पाई थीं । इस संस्था में जैनों के चारों
दाय के लोग व सभी शाकाहारी शामिल हैं । यह संस्था निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है । जैन मुनियों के प्रवचन अयोजित करती है । हमारी जयपूर यात्रा :
हमारा काम इस प्रकार का है कि हमारा घर से बाहर ना काफी कठिन हो गया है । पहले घर की देखरेख की वस्था बनानी पड़ती है । घर में माता पिता और बुजुर्ग हैं उनके स्वारथ्य की चिंता मुझे हर समय रहती है, पर मुझे -हावीर इंटरनैशनल का निमन्त्रण था । इस दो दिन की जन्फ्रेन्स में हमारा जाना जरूरी था फिर भी मुझे घर में पिता
के अस्वस्थ होने के कारण लगता था कि हम नहीं जा चंगे । मैंने अपने धर्मभ्राता रवीन्द्र जैन से कहा तुम मंडी
वन्दगढ़ आ जाना और फिर जैसा प्रोग्राम बनेगा हम बनेंगे । इन दिनों में मेरे धर्म आचार्य अणुव्रत अनुशास्ता
चार्य तुलसी जी महाराज का चतुर्मास था । वैसे भी न्यपुर राजस्थान की राजधानी है । कला, संस्कृति, धर्म का नम है । इस शहर को भारत का पैरिस कहा जाता है । ल व गुलावी पत्थरों से निर्मित यह शहर पर्यटकों की
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