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लघुविद्यानुवाद
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यन्त्र नं०७
यन्त्र न०८
यहां
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३.
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इस यन्त्र को लिखकर लोहे की कील से ठोके तो दाढ दुखती अच्छी हो जाती है ॥ ७॥
इस यन्त्र को सूत कातने वाले रेहटिये मे (चरखा बाधकर) उल्टा १०८ बार घुमावे, परदेश गया शोघ्र आवे ।। ८ ।।
यन्त्र न०
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इस यन्त्र को बसुले पर (लकड़ी काटने वाले बसुले) लिखकर यन्त्र के दोनो बाज जिनमे झगडा करवाना हो उनका नाम लिखे फिर उस बसुला को आग मे तपावे, तो दोनो की जुदाई होती है याने मन मुटाव हो जाता है अथवा वघ्या स्त्री को पुत्र पैदा होता है ।। ६ ।।