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लघुविद्यानुवाद
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इस यन्त्र की लाल पुष्पो से पूजा करे तो, मणि वाले सर्प का भी क्षोभरण होता है, सावन करने वाले के हित के लिये चन्द्र सूर्य को भी विचलित करने वाली, शक्तिशाली हे देवो मेरी रक्षा करो ।।११।।
"षट्कोणे" २५ श्लोक नं० १० विधि नं० ३
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to ॐ ही पनांती देवता 1.चॐनित्ये ॐ किन्ने ॐार
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हाँ
ॐर रंॐ रं रं रं रंॐ
ॐ हीं पद्मावती देवता ?
भयनाता सकलसूख दायना।
४० ॐ ह्रौँ पद्मावती देवता,
ॐरं रं रं रंॐ रं रं₹₹ॐ"
पश्चिम
हो
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उत्तर
सर्वलोक वशीकरण यन्त्र काव्य नं० ११
पत्र रचना -
षट् दल कमल कृत्वा 4 बीज मध्ये स्थापयेत षटक्षरै ह स क्ली को झा ही बोजाक्षरैन वेष्टयेत आ झो ह्री श्री पद्म एतत् अक्षरेन षट् दल कमल मध्ये लिखेत। तदुपरि पोडग