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लघुविद्यानुवाद
मन्त्र :-ॐ नमो भगवती पद्मावती (ॐ) स्वाहा । पक्षि हं सः विषं हरय २
प्लावय २ विषं हर २ स्वाहा । विधि --इस मन्त्र का निरतर कान मे जप करने से विप का नाश होता है। ___ यन्त्र -(३) ह कार मे देवदत्त गर्भित करके बाहर ह स तीन बार वेष्टित करे, हा मस्तक, हा
अष्टागन्यास करे तथा बाहर हस हस व र तीन बार लिखकर स्वकीय मण्डल में स्थापना करे। १)
श्लोक नं० ७ विधि नं० १ यन्त्र नं० २
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वसावं झहस्सा
विझहसः
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हह
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साव झंडा
सावा
३
बझं हसः
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विषहर यंत्र
१
यत्र न ३ की विधि--यत्र और मत्र की आराधना कर जहर चढे हए व्यक्ति के कान में
फूक देने से,जहर उतर जाता है।