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लघुविद्यानुवाद
यन्त्र न २०१
४३
४२
इस यन्त्र को स्याही से लिख कर माथे पर वाघे, तो आधा शीशी जाय ॥२०१।।
३११
७०
यन्त्र न २०२
इस यन्त्र को रविवार के दिन पीपल के पत्र पर लिख, हाथ मे बाधे तो अन्तरा ज्वर जाता है ।।२०२।।
यन्त्र न २०३
११
रवि दिन धोय पिलावे, स्त्री पुरुष वश्य होय ।।२०३॥
यन्त्र न २०४
यन्त्र न २०५
४७
४४ -
१
।
५
।
१३ ।
७
गर्भ म्नम्भन यन्त्र कु कूम गोरोचन सू भोज पत्र पर लिग्वे, कण्ठ मे वॉधे तो गर्भ का स्तम्भन होता है ।।२०४।।
यह यन्त्र केशर सू लिख थाली मे लिख कर घोल कर पिलावे, तो प्रसव की वेदमा से छुटे ।।२०।।