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लघुविद्यानुवाद
यन्त्र न. १९७
यन्त्र न० १६८
२८
३५
| ३ | ३२ । ३१
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३३
जत्र भोजपत्र ऊपर हिगुल से लिख, गले मे बाधे तो ताव रोग जाय बालक का सही छै ।।१९७॥
जत्र थाली के ऊपर माढ स्त्री को दिखावे । उलघी घोली प्यावे तो कष्टी का कष्ट छूटै ॥१६८।।
यन्त्र न० १६६
यन्त्र न० २००
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जन्त्र स्त्री ने दूध मे घोल पिलावे, पुष्य नक्षत्र से पावा पान पडे ॥१६६।।
यह यन्त्र पास राखे, राजा, गुरू प्रसन्न होय अष्ट गन्ध सू लिखे ।।२००।।