________________
लघुविद्यानुवाद
३५६
यन्त्र न० १८८
|
४६
।
__ ४५
४८ ।
४३
४४
४७
यन्त्र, ढाक का पान पर माडै, जाका नाम को सो यन्त्र वन मे गाडै, तो वह भ्रमता फिरै ॥१८॥
यन्त्र न० १८६
-----------
५६
यन्त्र जापा मे स्त्री के सिरहाने राखे तो कोई बात का विघ्न नही, सही ॥१८६।।