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लघुविद्यानुवाद
मे गुलाल रखकर पोटली बनाने से छाटने मे सुविधा होगी। जब एक सौ आठ बार लिख ले तब उसी समय अष्ट गध से भोज पत्र पर या कागज पर यन्त्र को लिख कर पास मे रखे तो उत्तम है। व्यापार या क्रय विक्रय का कार्य पास मे रख कर किया करे और हो सके तो नित्य धूप भी देवे ॥६॥
सर्व कार्य लाभ दाता बीसा यन्त्र ॥१०॥ यह यन्त्र तमाम कार्य को सिद्ध करता है। इस यन्त्र को ताबे के पत्रे पर या भोज पत्र पर लिख कर तैयार कर अष्ट गध और चमेली की सोने की कलम से लिखे। शुक्ल पक्ष शुभ वार
यन्त्र नं १०
पूर्णा तिथि या सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग हो उस दिन लिख कर रख लेवे और अमृत धूप दीप रख लेवे प्रात काल से यन्त्र की स्थापना कर सामने सफेद आसन पर बैठकर नीचे लिखे मन्त्र का जाप करे । जाप कम से कम साढे बारह हजार और अधिक करे तो सवा लाख जाप पूरा कर, फिर यन्त्र को पास मे रख कर कार्य करे।
मन्त्र -ॐ ह्री श्री सव काय फलदायक कुरू कुरू स्वाहाः। यन्त्र तैयार हो जाने के बाद जब पास म
रखा जाय और अनायास प्रसूति ग्रह या मत देह दाह क्रिया में जाना हो तो वापस आकर यन्त्र को धूप खेवने मात्र से शुद्ध हो जायगा ॥१०॥
शांति पुष्टि दाता बीसा यन्त्र ॥११॥ शाति पुष्टि मिलने के लिये यह यन्त्र बहत उत्तम माना गया है। जब इस तरह का यन्त्र तैयार करना हो तो स्वच्छ कपडे पहिन कर पूर्व दिशा की ओर देखता हा बैठकर धूप दीप