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लघुविद्यानुवाद
मन्त्र :-ॐ ह्रां ह्रीं लां ह्रीं लीं ह्रीं लौ ही लः ह्रीं अमुकं ठं ठः । विधि -सरसो की भस्म को इस मन्त्र से मन्त्रित करके सेना के सामने डालने से सेना का स्तम्भन
हो जाता है। मन्त्र :-ॐ श्रीं क्षं का मातुरा काम खेला विधेसिनी लवनी अमुकं वश्यं कुरु २
ह्रीं नमः। विधि :-इस मन्त्र को भोजन करते समय अपने भोजन को ७ बार मन्त्रित करके जिसके नाम से
खावे वह सातवे दिन तथा बारहवे दिन वश मे हो जाता है। मन्त्र :- ॐ जुसः। मन्त्र :-ॐ हुं नमः । विधि :-तीनो सध्यारो मे नित्य ही लक्ष लक्ष जप करे तो पादुका सिद्धि होती है । उस पादुका को
पहिन कर, जल पर तथा आकाश मे गमन करने की शक्ति आती है। मन्त्र :--ॐ ह्र हन २ ॐ ह्रीं हन २ ॐकार हैन २ ॐ ह्री हन हन ठ ठ ठ
स्वाहा । विधि .-१०८ वार गोरोचन मन्त्रित करके ललाट पर तिलक करे तो बाघवश, अगूठे मे करे तो
__विद्या आवे, जाघ पर करे तो नाग वश, ललाट पर करे तो राजा वश्य होय । मन्त्र :--ॐ हूँ क्षु ह्री अमुकं ठं ठः । मन्त्र :--ॐ ॐ ॐ हः हः ऐ नमः । विधि :--इस मन्त्र का पाठ लाख जप करने से महा विद्वान कवि पडित होता है। मन्त्र .--ॐ ह्रीं ह्रीं ठं ठः । मन्त्र :--ॐ ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं श्रे सः स्वाहाः नम । विधि .--इस मन्त्र का जाप करने से सिद्ध जन होता है।
नोट
-जिन मन्त्रो की विधि नही है, उनकी विधि हमारे पास उपलब्ध नही है ।