________________ लघुविद्यानुवाद 73 मन्त्र :-ऐ ही सर्वभय विद्रावरिण भयायै नम / विधि :-इस मन्त्र का स्मरण करके मार्ग मे चले तो किसी प्रकार का भय नही होगा। मन्त्र :-ॐ ह्री को ही हू फट् स्वाहा / विधि -इस मन्त्र से सुपारी मन्त्रित करके जिसको दिया जाय वह वश मे हो जाता है। मन्त्र :---ॐ नमो सुमति भुखाबजाय स्वाहा / विधि .-इस मन्त्र का स्मरण करके धर्म कथा करने से प्रमाणित शब्द होते है। (एन स्मृत्वा धर्मकथा कुर्वन् गृहीत्वाक्योभव ) / मन्त्र :-ॐ नमो मालिनी किलि किलि सरिण सरिण स्वाहा / विधि -इस मन्त्र को 12 हजार विधि पूर्वक जाप करके 108 बार नित्य जपे तो सरस्वती के समान वाक्य होते है। मन्त्र :-ॐ भ्र भ्र वः श्वेत ज्वालिनी स्वाहा / विधि -अग्नि उतारक मन्त्र / मन्त्र .---ॐ चिली चिली स्वाहा / विधि :-सर्वोच्चाटन मन्त्र / मन्त्र :-ॐ ऐं ह्रो श्रीं वद वद वाग्वादिनी क्ली नमो ॐ अमृते अमृत वर्षरिण पट पट प्लावय प्लावय ॐ हंसः। (कलवारिणमन्त्र) विधि -अग्नि उतारण मन्त्र / मन्त्र .-ॐ नमो रत्नत्रयाय अमले विमलें वर कमले स्वाहा।। (बार 21 तैलमभिमंत्र्य दापयेत् विशल्याभवति गुविणो) विधि :-इस मन्त्र से तेल 21 वार मन्त्रित कर गभिरणी स्त्री को देने से शोघ्र कष्ट से छुट जायगी। मन्त्र :-ॐ नमो भगवऊ चंदप्पहस्ससिजण्यउ मे भगवइ महवइ महाविज्या चंदे चंदे चंदप्पमे सुप्पभे अइप्पभे महाप्पभे ठः ठः स्वाहा / (लाभ करण मन्त्र) विधि :-इस मन्य का नित्य ही 108 बार स्मरण करने से लाभ होता है। मन्त्र :-ॐ हः झू झूहः। (शिरोत्ति मन्त्र) विधि :- इस मन्म ने मस्तक को मन्त्रित करने मे सिर का दर्द मिटता है। मन्त्र :-ॐ भूधर भूधर स्वाहा / (खजूरा मन्त्र)