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7 भैरव पद्मावती कल्प
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यन्त्र संख्या २२ क्रोध, गति, सेना और जिव्हास्तम्भक वार्तालि कन्त्र ब्रह्मग्लौंकारपुटं ठान्तावृतमष्टबज्रसंरुद्धम् । वामं वज्राग्रगतं तदन्तरो रान्तवाजञ्च ॥६॥ भा० टी०-नामको ब्रह्म (ॐ) ग्लोके संपुट और 'ठं' बीजसे घेर कर माठ वज्रोंसे घेर दे। वज्रोंके अग्रभागमे वाम
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