________________
'
उभयभाषा कविशेखर श्री मलिषेणमरि कृत्त
RE..
भैरव पद्मावती कल्प
काव्य-साहित्य-तीर्थाचार्य, प्राच्य-विद्यावारिधि श्री. पं० चन्द्रशेखरजी शास्त्री देहली कृत
भाषा टीका सहित
तथा ४६ यन्त्रों, साधनविधि व श्री पद्मावती सहस्रनाम,
पद्मावती कल्प, पद्मावती स्तोत्र, पद्मावती पद्मावती छन्द और पद्मावती पूजा सहित
प्रकाशक:मूलचन्द किसनदास कापड़िया,
मालिक, दिगम्बर जैन पुस्तकालय, गांधीचौक, कापढिया भवन, सूरत Surat 1.
द्वितीयावृत्ति ]
[प्रति १०००।
बोर सं० २४९६ मूल्प-पांच रुपये