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सत्तमस्स अगस्त
सुणित्ता' भणइ। सेसं जहा' चुलणौपिया वत्तब्वया। नवरं अरुणभूए' विमाणे उववन्ने जाव* महाविदेहे वासे सिन्झिहिद ५ ॥ २३० ॥
॥निक्खेवा॥
सत्तमस्स अङ्गस्स उवासगदसाणं सत्तमं अज्झयणं समत्तं ॥
* See footnote I on p. 62. + Supply the rest from 88 89, 90; see also s 144.
१ A B G H सुणोत्ता। २ D E F G H om. ३ D E G add सव्वा, H also pref. चेव । ४ So G, (Skr. अरुणभूत 01 अरुणभूय); but A अरुणचूति, F अरुण चूए; B व्यरुणभे, H अरुणभए; E अरुणव्वर (Skr. अरुणाव्रज), D अरुणच्चए CSkr. अरुणार्चक)। ५ A B D E H उववायो (Skr. उपपात), Fउववार; G om. ६ A B G H om. ७ F in full, as in footnote ११, on p. ८३; H om.