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CORRECTIONS
Misprints.
Corrections.
चतु:स्थगनतीडा हेष्या जरल हिबार मृगाकर्षगा हेतु धमगी अपरिग्गाहम्मि जयश्री
चतु:स्थगनक्रीडा हेष्या সৰলক্সিম্মাহু मुगाकर्षणहतुधिमगी अपरिग्गम्भि
जयचो
"जुन
चाह
चादु झरया झाभरी
झरया
भामरी
बाद्यविशेषः
वाद्यविशेष: कंठे
कंठ
अर्थ
त'ईव उव
Page. Chap. Verse. 103 III 300 106 III 800 108 III 140 108 III 460 109 III 109 III 470 109 III 470 109 III 480 111 III 112 III 570 112 III 580 118 III 590 117 IV 80 118 IV 10 118 IV 10 119 IV 130 119 IV 140 184750 134 Foot-note 135 v. 90 186 v 10 186 V 120 137 V 187 v 18 140 v 141 v 1427 800 148 v
84 148 v 350 145 v 880 148 v 42
कपिकचः
ठंवरी तंवरतिरथे कमलतोंसडी
स इव उपवर कपिकच्च: ढखरी संवरत्तिरम्मे कलमोंसडी
एव्य साडि अर्थ
एव्य
साडिवयं
उपवास तमिरच्छ तमिच्छाहा
उचावासः নিনিনিলিস্থান্ধা शिक्वालियं सुजिअ उक्कश्चियरविथशाइथू वस्त्रकदेशः
तिक्ख लियं
जिप सुष उक्कस्मिथ रषि) गाइ थू वस्त्रकदेश: समए
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ससए
दायद
हारसा
दार'सा
दुक्खरमवि
दुबरमवि