________________
[ प - प]
पवत्तितधम्मानन्ति - ७७
पापकम्मं - २४५
पवत्तं - ३९, १५०, १९०, १९२, १९५, २०२, २११, पापधम्मेहि - ६८,२२४
२६९, २८२, ३४१, ३५२, ४०१, ४१४
पविवेकज्झासयो - २२४
पवेणीति - ३२०
पसन्नचित्तो - २४०
पसन्ना- २१, ४७, ३७१
पसव्हावहारो - २९१
पसाधनकिरिया - २०३
पसिब्बकं - १७०
पसेनदिरञ्ञ - १४७, २०५
पस्सताति - १७४, २७५ पस्सद्धकायो - ४ पस्सद्धि - पहानपञ्ञत्ति - ४३२
- २७४
पहानसम्पदा - १३
पहोन्तेनाति – १६६
पाचीन अम्बलट्ठिकट्ठानन्ति - ४१६
पाटवसिद्धि – ४
पाटिहारियकिच्चं - २०८
पाटिहारियन्ति - १२८, १२९, १८०
पाणघातहेतुभूतो - २८६
पाणभूतेति - २८९ पाणसङ्घातजीवितिन्द्रियस्स - ८४
पाणसञ्ञिनोति – २८३ पाणातिपातकम्मबद्धोति - २८५
पाणातिपातचेतनाति - २८४ पाणातिपातदुस्सील्यतो - २८६
पाणातिपातोति - २८४
पाणिस्सरन्ति - ३१६
पातरासो - १६७
पातरासं
- ३०४
पातिमोक्खसंवरआजीवपारिसुद्धिसीलानि - २०२
पातिमोक्खानि - ७९
पातियन्ति - २१२ पादकं - २११
सद्दानुक्कमणिका
Jain Education International
पापभिक्खु - १३०, १४३ पायासो - २०९
27
पारमिताफलस्स - २२७
पारमीकथा - २१५ पारायनवग्गे - ११३ पारिसुद्धिं - २३१
पावचनं - ३९, १५६
पासको - ३१८ पासाणेति - ३१०
पाळिधम्मो - १३१
पाळिधम्मं - ९९
पाळीति - ९१ पिटकन्ति - ७३, ८५
पिटको - ८५
पिटकं - ७३, ८५, ८६
पिट्ठ - १६९ पिण्डोलो - ३४४
पिण्डोल्यन्ति - ३४४
पिण्डं - ३४४ पिप्पलिरुक्खोति - ३१३
पियपुग्गलो- २२९ पियमनापकरणन्तिआदि - ३३० पियवादी - २२४, २४०, २४७ पिलोतिकखण्डन्ति - ३१५
पिसुणवाचा - २९८
पिसुणा - २९७
पिहिताति - २१४
पीताति - ६३ पीतिभक्खा - ३६४
पुग्गलवोहारोति - १३४ पुग्गलाधिट्ठानधम्मदेसना - ४०९ पुच्छासुद्धि - ४३३, ४३४
पुञ्ञकिरिया – १२६ पुञ्ञक्खया - ३६५, ३६६
For Private & Personal Use Only
[२७]
www.jainelibrary.org