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(अ) धवला 8/341/82/5 (ब) अनगार धर्मामृत 4/172 (स) प्रशमरति प्रकरणम् कारिका 244,245
(अ) दसवेआलियं 8 / 40 के टिप्पण संख्या 107 में उद्धृत जि.चू. पृ. 287 हा.टी.प. 235
(ब) उत्तरज्झयणाणि 19 / टिप्पण संख्या 16 में उद्धृत उत्तरा, वृहद्वृत्ति, पत्र
456
जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश में उद्धृत - (भाषा / टी / 118 /267/14)
पा/पं. जयचन्द /120 / 240
अवबोध पृष्ठ 91
प्रश्नव्याकरण सूत्र 2/4/145
जैन बौद्ध तथा गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन में उद्धृत बृहत्कल्प सूत्र 6/7-12
वही - व्यवहार सूत्र 5/21
वही बृहत्कल्प सूत्र 6 / 3
(अ) भगवती आराधना / मू / 878
(ब) अनगार धर्मामृत / 4/60
पद्मनंदि पंच विंशतिका / 12/2 सर्वार्थ सिद्धि 9/6/413/3
भगवती आराधना /वि/46/154/16
पद्मनंदि पंच विंशतिका / 12/2
(अ) दसवे आलियं 4/14 (4) आचारचूला 1/15/64
सर्वार्थ सिद्धि 7/2
पातंजल योग सूत्र 2 / 31
समयाओ 25/1
प्रश्नव्याकरण सूत्र 9/6-11
(अ) समवाओ में उद्धृत आचारचूला 15 / 43-78
(ब) आयार चूला 1/15/64-70
100. समवाओ में उद्धृत -
आवश्यक नियुक्ति अवचूर्णि भाग 2, पृष्ठ 134,
135
101. जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश में उद्धृत भगवती आराधना /मू./121 102. तत्त्वार्थ सूत्र 7/7
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