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वही (1)/4/का टिप्पण संख्या 124 में उद्धृत वृत्ति, पत्र 118 वही (1)/4/का टिप्पण संख्या 124 में उद्धृत वृत्ति, पत्र 118 वही (1)/4/का टिप्पण संख्या 128 में उद्धृत वृत्ति, पत्र 119 (अ) दसवेआलियं 8/53 (ब) उत्तरज्झयणाणि 32/13, 17 जैन आचार मीमांसा / पृ. 126 सूयगडो (1)/4 टिप्पण संख्या 19 में उद्धृत (अ) वृत्ति पत्र 106 (ब) वृत्ति पत्र 113 सूयगडो (1)/4/2 वही (1)/4/4 टिप्पण संख्या 71 वही (1)/4/3 वही (1)/4/33 वही (1)/4, टिप्पण संख्या 63 में उद्धृत ज्ञाताधर्मकथा 8/117 के टिप्पण संख्या 22 में उद्धृत ज्ञातावृत्ति, पत्र 146 सूयगडो (1)/4 का टिप्पण संख्या 58 में उद्धृत - चूर्णि, पृ. 110 वही (1)/4/ टिप्पण संख्या 14 में उद्धृत - (क) चूर्णि : पृ. 104 (ख) वृत्ति, पत्र 106 सूयगडो (1)/4/का टिप्पण संख्या 63 में उद्धृत चूर्णि, पृ. 112 भगवती आराधना/936 सूयगडो (1)/4/का टिप्पण संख्या 63 में उद्धृत चूर्णि, पृ. 112 वही (1)/4/23,24 वही (1)/4/टिप्पण संख्या 63 में उद्धृत - चूर्णि पृ. 112 उत्तरज्झयणाणि 2/16 के टिप्पण से उद्धृत - उत्तरा. चूर्णि, पृ.65 वही 2/16 के टिप्पण से उद्धृत - सू. चूर्णि, पृ. 110 ज्ञानार्णव 50 वही 54 भगवती आराधना 989-996 वही 988 करत करत अभ्यास /31 निशीथ 8/1-9,11-13
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