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(प्राप्तिस्थान
iv-ix
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* श्री. आत्मनन्दी ग्रंथालय * द्वारा - श्री. सतीश शान्तिलालजी बोराळकर श्री. महावीर दिगंबर जैन मंदिर, बस स्थानक के पास,
सुलतानपुर, जि. बुलडाणा मो. ९७६६१३१३५१ (email id-atmanandi.granthalay@gmail.com/
satjain.siddhapur@gmail.com)
* जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सोलापुर * मो. ९४२१०४००२२ फो. ०२१७/२३२०००७
* श्री. संजय बाकलीवाल * २१, सीताराम पार्क, बड़े गणपती के पास,
इंदौर (म.प्र.) मो. ९८२६५४७८८३ * श्री पार्श्वनाथ ग्रंथ भांडार *
श्री पार्श्वनाथ ब्रम्हचर्याश्रम गुरुकुल एलोरा, ता. खुलताबाद, जि. औरंगाबाद
फोन : (०२४३७) २४४४३२ * श्री. दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र नेमगिरि *
जिन्तुर जि. परभणी
* श्री. निलेश धोंगड़े * जलगांव (महाराष्ट्र) मो. ९५४५९५३६६५
अनुक्रमणिका * नमोस्तु शासन की प्रभावना * मुनिश्री के प्रति दो शब्द * प्रस्तावना १. आमुख
* शाश्वत धर्म * भूल कहाँ ? * सद्गुरु * विकल्प * त्यागी की शोभा * नमोस्तु शासन के शत्रु * विभाजन की ओर * जिम्मेदार कौन ? * प्रश्न * उपाय * स्थितिकरण * गृहस्थ भी समझा सकते हैं * सत्यासत्य का निर्णय * कुगुरु-सेवा का परिणाम * मौनं अर्धसंमतिः * खंडन की आवश्यकता क्यों ? * आगमप्रेमियों का कर्तव्य
* आगमानुसारी आचरण का फल विडम्बना और चेतावनी
* साधु कौन ? * विडम्बना * दुख की बात * कुपात्रदान का फल * दातार को चेतावनी कड़वे सच... . . . . .
२२-२६
- कड़वे सच................