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॥ वण्हिदसाओ॥ "जइ णं, भन्ते"। उक्खेवओ। “जाव दुवालस अज्झयणाः पन्नत्ता। तं जहानिसढे माअणि-वह वहे पगया जुत्ती दसरहे दढरहे य। महाधणू सत्तधणू दसधणू नामे सयधणू य॥"
"जइ णं, भन्ते, समणेणं जाव दुवालस अज्झयणा पन्नत्ता, पढमस्स णं, भन्ते...।” उक्खेवओ। “एवं खलु, जम्बू" ॥१६४॥
तेणं कालेणं २ बारवई नाम नयरी होत्था दुवालसजोयणायामा जाव पच्चक्खं देवलोयभूया पासादीया दरिसणिज्जा अभिरुवा पडिरूवा ॥ १६५॥
तीसे णं बारवईए नयरीए बहिया उत्तरपुरथिमे दिसीभाए पत्थ णं रेवए नाम पव्वए होत्था, तुङ्गे गयणयलमणुलिहन्तसिहरे नाणाविहरुक्खगुच्छगुम्मलयावल्लीपरिगयाभिरामे हंसमियमयूरकोञ्चसारसकागमयणसालाकोइलकुलोववेए तडकडगवियरउभरपवालसिहरपउरे अच्छरगणदेवसंघविजाहरमिहुणसंनिचिण्णे निश्चच्छणए दसारवरवीरपुरिसतेल्लोक्कबलवगाणं सोमे सुभए' पियदसणे सुरूवे पासादीए जाव पडिरूवे ॥१६६ ॥