________________
( सर्वाधिकार सुरक्षित)
卐
श्री सहजानन्द शामाला
( ७e Da Acc.vo समयसार-दृष्टान्तमम:
लेखक.
अध्यात्मयोगी न्यायतीर्थ पूज्य श्री मनोहर जी वर्णी "श्रीमत्सहजानद” महाराज
संपादकःमहावीरप्रसाद जैन बैंकर्स सदर मेरठ ।
प्रकाशक:
मंत्री, श्री सहजानन्द शास्त्रमाला १८५, ए रणजीतपुरी, सदर मेरठ ।
उ० प्र०
सद
न्योछावर