SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 11
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ বিকালজি। माय निवेदन অন্যান্য ফা বৃথি। অহীন্বাস্তু জ্বা মছলন। २ कलकत्ता परीक्षा का प्रश्नपत्र. ६ ३,४ परीक्षामुखसूत्रसुची ५ विषय सूची अथ प्रथमः परिच्छेदः ত্বকা ক্রী মবিল। प्रमाण का लक्षण সুলা জ্বা লম্বা। प्रमाण का निश्चायकपना पपूर्वायं का लक्षण पपूर्वार्थ का दूसरा लक्षण एवष्यवसाय का समर्थन स्थव्यवसाय का दृष्टान्त २१ | पदार्थ को जानने के समय होने काली प्रतीति २६ २३ केवल परव्यवसाय का खण्डन २७ | शब्दोच्चारण बिना ही स्वव्य बसाय का स्पष्टीकरण २८ २५ | शब्दोच्चारण बिना स्वप्रतीति २६ २६ / स्व की प्रतीति का उदाहरण २६ २६ । प्रमाण के प्रामाण्य का निर्णय ३० . प्रथ द्वितीयः परिच्छेदः .. प्रमाणकेश ३२ पदार्थ और प्रकाश के ज्ञान की प्रमाणके दो भेदोका स्पष्टीकरण ३२ कारणताके निषेधमें युक्ति ३५ স্লাভবাসলা জা বন্ধ। ছাত্ৰ দুষ্কর কথা १३ | शान के अर्थजन्यता और अपीखांव्यवहारिक प्रत्यक्ष का | ফাংলা া ভুল ৪৩ | কাহল জীৎ বক্ষত্রে ২৪ জুন প্লীহ সুৰক্ষা স্থল হাজী লীস্থ মজ্জায় কী জাল । অহ ঋী মনিলিবাগ জানা कारण्य का निषेष ३ । का कारण ३७
SR No.009944
Book TitlePariksha Mukha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManikyanandiswami, Mohanlal Shastri
PublisherBharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad
Publication Year2005
Total Pages136
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy