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समवायांग सूत्र अपराइए य भीमे, महाभीमे य सुग्गीवे ॥८७॥ एए खलु पडिसत्तू, कित्तीपुरिसाण वासुदेवाणं । सव्वे वि चक्कजोही, हम्मिहिंति सचक्केहिं ॥८॥
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जंबुद्दीवे णं दीवे एरवए वासे आगमिस्साए उस्सप्पिणीए चउवीसं तित्थकरा भविस्संति । तं जहासुमंगले य सिद्धत्थे, णिव्वाणे य महाजसे । धम्मज्झए य अरहा, आगमिस्साण होक्खड़ ॥८९॥ सिरिचंदे पुप्फकेऊ, महचंदे य केवली । सुयसागरे य अरहा, आगमिस्साण होक्खड़ ॥२०॥ सिद्धत्थे पुण्णघोसे य, महाघोसे य केवली । सच्चसेणे य अरहा, आगमिस्साण होक्खड़ ||९१॥ सूरसेणे य अरहा, महासेणे य केवली । सव्वाणंदे य अरहा, देवउत्ते य होक्खड़ ॥१२॥ सुपासे सुव्वए अरहा, अरहे य सुकोसले । अरहा अणंतविजए, आगमिस्साण होक्खड़ ॥१३॥ विमले उत्तरे अरहा, अरहा य महाबले । देवाणंदे य अरहा, आगमिस्साण होक्खड़ ॥९४॥ एए वुत्ता चउव्वीसं, एरवयम्मि केवली । आगमिस्साण होक्खंति, धम्मतित्थस्स देसगा ||९५॥ जंबुद्दीवे णं दीवे एरवए वासे आगमिस्साए उस्सप्पिणीए बारस चक्कवट्टिणो भविस्संति, बारस चक्कवट्टिपियरो भविस्संति, बारस मायरो भविस्संति, बारस इत्थीरयणा भविस्संति, णव बलदेववासुदेवपियरो भविस्संति, णव वासुदेवमायरो भविस्संति, णव बलदेवमायरो भविस्संति | णव दसारमंडला भविस्संति, उत्तमा पुरिसा मज्झिमपुरिसा पहाणपुरिसा जाव दुवे दुवे राम-केसवा भायरो, भविस्संति, णव पडिसत्तू भविस्संति, णव पुव्वभवणामधेज्जा, णव धम्मायरिया, णव णियाणभूमीओ, णव णियाणकारणा एयाए एरवए आगमिस्साए भाणियव्वा ।
एवं दोसु वि आगमिस्साए भाणियव्वा । इच्चेयं एवमाहिज्जति, तं जहा- कुलगरवंसेइ य, एवं तित्थगरवंसेइ य, चक्कवट्टिवंसेइ य दसारवंसेइ वा गणधरवंसेइ य, इसिवंसेइ य, जइवंसेइ य, मुणिवंसेइ य, सुएइ वा, सुअंगेइ वा सुयसमासेइ वा, सुयखंधेड़ वा समवाएड वा, संखेइ वा समत्तमंगमक्खायं अज्झयणं त्ति बेमि |
॥ श्री समवायं सूत्तं संमत्तं ॥