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.. माखत्याम् ।
घटी आदिमें युक्त कियातो वारादि १।६।३० हुए इसमें ०।२९॥३३ को युत किया तो वारादि १।२८।३ हुए इसमें स्वदेशका देशान्तर पल ४७ को युत किया तो सङ्क्रान्ति का ध्रुवा १।२८।५० हुआ इसमें मेष राशि का क्षेपक ०1०1० को युक्त किया तो मेष संक्रान्ति वारादि १।२८१५०हुई। ध्रुवा १।२८।१० में वृष राशिका क्षेपक २।५७।१ को युक्त किया तो वृष राशि की संक्रान्ति वारादि १।२५।११हुई, इस प्रकार से ध्रुवा में वारहो राशि अट्ठाईसो नक्षत्र का क्षेपक युक्त करके स्पष्ट करे॥१७॥१८॥
शकाङ्काः।
१८३३ ५.८५३१८७३ ८९३ १९१३१९३३१९५३१९७३ शक
६
वार
३८
१९९३२०१३/२०
२०३३२०५३/२०७३२०९३२११३
२६३३
शक
वार घटी
५०
१ ११, २१ । ३२ | ४२ / ५२ / ३ ३ | २३
२१५३२१७३२१९३२२१३२२३३२२५३२२७३२२९३ शक
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Aho ! Shrutgyanam