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अध्याय - २
उपयोगो लक्षणम् ॥८॥
[लक्षणम् ] जीव का लक्षण [उपयोगः ] उपयोग है।
Consciousness is the differentia (distinctive characteristic) of the soul.
स द्विविधोऽष्टचतुर्भेदः ॥९॥
[सः ] वह उपयोग [ द्विविधः ] ज्ञानोपयोग और दर्शनोपयोग के भेद से दो प्रकार का है, और वे क्रमशः [अष्ट चतुः भेदः] आठ और चार भेद सहित हैं अर्थात् ज्ञानोपयोग के मति, श्रुत, अवधि, मनःपर्यय, केवल (यह पाँच सम्यग्ज्ञान)
और कुमति, कुश्रुत तथा कुअवधि (यह तीन मिथ्याज्ञान) इस प्रकार आठ भेद हैं। तथा दर्शनोपयोग के चक्षु, अचक्षु, अवधि तथा केवल इस प्रकार चार भेद हैं। इस प्रकार ज्ञान के आठ और दर्शन के चार भेद मिलकर उपयोग के कुल बारह भेद
Consciousness is of two kinds. And these in turn are of eight, and four kinds respectively.
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