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अध्याय - १
(The subdivisions of each of these are) more, many kinds, quick, hidden, unexpressed, lasting, and their opposites.
अर्थस्य ॥१७॥
उपरोक्त बारह अथवा 288 भेद [अर्थस्य] पदार्थ के (द्रव्य के - वस्तु के) हैं।
(These are the attributes) of substances (objects).
व्यञ्जनस्यावग्रहः ॥१८॥
[व्यञ्जनस्य ] अप्रगटरूप शब्दादि पदार्थों का [ अवग्रहः] मात्र अवग्रह ज्ञान होता है, ईहादि तीन ज्ञान नहीं होते।
(There is only) apprehension of indistinct things.
न चक्षुरनिन्द्रियाभ्याम् ॥१९॥ व्यञ्जनावग्रह [चक्षुः अनिन्द्रियाभ्याम् ] नेत्र और मन से [न] नहीं होता।
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