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॥ श्रीः ॥ विद्याभवनसंस्कृतग्रन्थ ाला
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।। श्रीः
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ज्यौतिष-प्रश्न-फलग ना
'विमला'हिन्दाव्याख्योपेता
व्याख्याकार और सम्पादक :दैवज्ञ श्रा ५० दयाशङ्कर उपाध्याय ( काशिराज-ज्योतिपो, रामनगर, वाराणसी )
चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी-१
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१९७५