________________
बाल ब्रह्मचारी श्री नेमिनाथाय नमः
नमो नमो निम्मलदसणस्स श्री आनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागरगुरूभ्यो नमः
आगमसूत्र
हिन्दी अनुवाद]
भाग : १८ संग्नारक, गच्छाचार, चन्द्रव यक, गणिविद्या. देवन्द्रस्तव,
वारस्तव, निशीथ, बृहन्कल्प. व्यवहार. दशाश्रुतम्कन्ध, जातकल्प, महानिशीथ
: अनुवादकर्ताः -: मुनि दीपरत्नसागर :
आगमसूत्र-हिन्दी अनुवाद (संपूर्ण)
मूल्य - ३. २७००/
ता. २१/११/२००१
बुधवार
२०५८ - कारतक-सुद-६ ।
5 श्री श्रुतप्रकाशन निधि