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प्रज्ञापना-८/-/३५५
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मैथुनसंज्ञोपयुक्त एवं परिग्रहसंज्ञोपयुक्त नारकों में से कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ? गौतम ! सबसे थोड़े मैथुनसंज्ञोपयुक्त, नैरयिक हैं, उनसे संख्यातगुणे आहारसंज्ञोपयुक्त हैं, उनसे परिग्रहसंज्ञोपयुक्त नैरयिक संख्यातगुणे हैं और उनसे भी संख्यातगुणे अधिक भयसंज्ञोपयुक्त नैरयिक हैं ।
भगवन् ! तिर्यञ्चयोनिक जीव ? गौतम ! बहुलता से बाह्य कारण की अपेक्षा आहारसंज्ञोपयुक्त होते हैं, (किन्तु) आन्तरिक सातत्य अनुभवरूप से आहार यावत् परिग्रहसंज्ञोपयुक्त भी होते हैं । भगवन् ! इन आहारसंज्ञोपयुक्त यावत् परिग्रहसंज्ञोपयुक्त तिर्यञ्चयोनिक जीवों में कौन, किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ? गौतम ! सबसे कम परिग्रहसंज्ञोपयुक्त तिर्यञ्चयोनिक होते हैं, (उनसे) मैथुनसंज्ञोपयुक्त संख्यातगुणे, (उनसे) भयसंज्ञोपयुक्त संख्यातगुणे और उनसे भी आहारसंज्ञोपयुक्त संख्यातगुणे हैं ।
भगवन् ! मनुष्य ? गौतम ! बहुलता से बाह्य कारण से (वे) मैथुनसंज्ञोपयुक्त होते हैं, (किन्तु) आन्तरिक सातत्यानुभवरूप भाव से आहार यावत् परिग्रहसंज्ञोपयुक्त भी होते हैं । भगवन् ! आहारसंज्ञोपयुक्त यावत् परिग्रहसंज्ञोपयुक्त मनुष्यों में कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक होते हैं ? गौतम ! सबसे थोड़े मनुष्य भयसंज्ञोपयुक्त होते हैं, (उनसे) आहारसंज्ञोपयुक्त संख्यातगुणे, (उनसे) परिग्रहसंज्ञोपयुक्त संख्यातगुणे, उनसे संख्यातगुणे मैथुनसंज्ञोपयुक्त हैं ।
भगवन् ! देव ? गौतम ! बाहुल्य से बाह्य कारण से (वे) परिग्रहसंज्ञोपयुक्त होते हैं, (किन्तु) आन्तरिक अनुभवरूप से (वे) आहार यावत् परिग्रहसंज्ञोपयुक्त भी होते हैं । भगवन् ! इन आहारसंज्ञोपयुक्त यावत् परिग्रहसंज्ञोपयुक्त देवों में से कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक होते हैं ? गौतम ! सबसे थोड़े आहारसंज्ञोपयुक्त देव हैं, (उनसे) भयसंज्ञोपयुक्त संख्यातगुणे, (उनसे) मैथुनसंज्ञोपयुक्त संख्यातगुणे और उनसे संख्यातगुणे परिग्रहसंज्ञोपयुक्त देव हैं ।
पद-८-का मुनिदीपरत्नसागर कृत् हिन्दी अनुवाद पूर्ण
(पद-९ “योनि" [३५६] भगवन् ! योनि कितने प्रकार की हैं ? तीन प्रकार की । शीत योनि, उष्ण योनि और शीतोष्ण योनि ।
[३५७] भगवन् ! नैरयिकों की कौन सी योनि है ? गौतम ! शीतयोनि और उष्ण योनि होती है, शीतोष्ण नहीं होती । असुरकुमार देवों की केवल शीतोष्ण योनि होती है । इसी प्रकार स्तनितकुमारों तक समझना ।
भगवन् ! पृथ्वीकायिकों की कौन सी योनि है ? गौतम ! शीत, उष्ण और शीतोष्ण योनि होती है । इसी तरह अप्कायिक, वायुकायिक, वनस्पतिकायिक, द्वीन्द्रिय, त्रीन्द्रिय और चतुरिन्द्रिय जीवों को जानना । तेजस्कायिक जीवों की केवल उष्ण योनि होती है ।
भगवन् ! पंचेन्द्रियतिर्यग्योनिक जीवों की कौन सी योनि होती है ? गौतम ! शीत, उष्ण और शीतोष्ण भी होती है । सम्मूर्छिम पञ्चेन्द्रिय तिर्यग्योनिकों को इसी तरह जानना । गर्भज पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिकों की केवल शीतोष्ण योनि होती है । मनुष्यों की शीत, उष्ण