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(१४२) जेऽविय परिवेसंती भायणाणि धरंति य तेऽवि बज्झति तिब्वेणकम्मुणा किमु भोइणो (१४३) सामत्यण रावसुए पिइवहण सहाय तह म तुण्डिक्को तिहपि हु पडिसुणणा रण्णा सिमि सा नत्वि (१४४) भुंज न भुंजे भुंजसु तइओ तुसिणीउ भुंजए पढमो तिव्हपि हु एडिसुणणा पडिसेहंतस्स सा नत्थि ( १४५ ) आणेत्तुर्भुजगा कष्णा उ बीयरस बाइओ दोसो तइयस्स य माणसिओ तीहिं विसुद्धो घउत्थो उ ( १४६ ) पडि सेवण पडिसुणणा संवासऽणुमोयणा उ चउरो वि पियमारगरायसुए विभासियव्वा जइजणेऽवि (१४७) पल्लीबहंमि नट्ठा चोरा वणिया चयं न चोरति
न पलाण पावकर वरय त्ति काउंरत्रा उवालद्धा (१४८) आहाकडभोईहिं सहवासो तह य तव्विवपि दंसणगंधपरिकहा भाविंति सुलूहवित्तिंपि ( १४९) रायोरोहऽ वराहे विभूसिओ घाइओ नयरमज्झे धत्राधत्रत्ति कहा बहावहो कप्पडियखोला (१५०) साउं पजत्तं आयरेण काले रिउक्खमं निद्धं तागुणविकत्यणाए अभुंजमाणेऽवि अनुमत्रा (१५१) आहा अहे य कम्मे आयाहम्मे य अतकप्पे य जह वंजणनाणत्तं अत्थेऽवि पुच्छाए एवं (१५२) एगट्ठा एगवंजण एगट्ठा नाणवंजणा चैव नाण एवंजण नाणट्ठा वंजणानाणा (१५३) दिवं खीरं खीरं एगई एगवंजणं लोए एग बहुनामं दुद्ध पओ पीलु खीरं च (१५४ ) गोमहिसि अयाखीरं नाणङ्कं एगवंजणं नेयं लोए घडपडसगडरहाई होइ पिहत्थं पिहनाम
(१५५) आशाकम्माईणं होई दुरुत्ताई पढममंगो उ आहाहेकम्मतिय बिइओ सक्किद इय मंगो (१५६ ) आहाकम्तरिया असणाई उ चउरो तइयमंगो आहाकम्प पडुच्चा नियमा सुत्रो घरिममंगो (१५७ ) इंदत्यं जह सद्दा पुरंदराई उ नाइवत्तंते अहकम्प आयहम्मा तह आहं नाइवत्तंते (१५८) आहाकम्मेण अहे करेति जं हगद्द पाणभूयाई जंतं आइयमाणो परकम्पं अतणो कुणइ (१५९) कस्सति पुच्छियंमी नियमा साहम्पियस्स तं होइ साहम्मियस्स तम्हा कायव्वपरूवणा विहिणा
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Kafegit - (983)
॥१२०॥-120
193911-121
॥१२२॥1-122
॥१२३॥-123
||१२४|१-124
1192411-126
।।१२६||-126
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||१२८|| 128
॥१२९||-129
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||939||-131
॥१३२॥-132
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1193411-135
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