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महानिसीई - 11९०
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(१९९०) छठ्ठ-ट्ठम-दसम-दुवालसेहिं लयाहिं नेइ दस परिसे
अकयमकारियमसंकपिएहिं परिभूयभिक्ख लद्धेहिं (११९१) चणगेहिं दुन्नि वे भुञ्जिएहि सोलसय मासखमणेहिं
वीसं आयामायंबिलेहिं आवस्सगं अछड़ेंती (११९२) चरई य अदीनमणसा अहसा पच्छित्त-निमित्तं
ताहे गोयम सा चिंते-जंपच्छितंतयं कयं (११९३) ताकिं तमेवन कयं मे जमणसा अज्झवसियं
तया इयरहे वि उपच्छितं इयरहे व उ मे कयं (११९४) ता किंतंन समायरियं चितेंती निहणं गया
उग्गं कहूं तवं घोरंदुक्करं पि चरित्तु सा (११९५) सच्छंद-पायच्छित्तेणं सकलुस-परिणाम-दोसओ
कुच्छिय कम्मा समुप्पना वेसाए पडिचेडिया (१९९६) खंडोहा-नाम चडुगारी मज्ज-खडहडग-याहिया
विणीया सब्ब-वेसाणं घेरीएयघउग्गुणं (११९७) लावण कंति कालिया विबोडाजाया तहा विसा
अन्नया थेरी चिंतेइ मज्झं बोडाए जारिसं (११९८) लावणं कंती-रूदं नत्यि भुवणे वि तारिसं
ता विरंगामि एईए कपणे नक्कं सहोद्वयं (११९९) एसा उन जाव विउप्पले मम धूयं को विनेच्छिही
अहवा हा हा न जुत्तमिणंधूया तुल्लेसा वि मे नदरं (१२००) नदरंसुविणीया एसा विउप्पनत्य गछिही
ता तह करेमिजहा एसा देसंतरं गया विय (१९०१) न लमेजा कत्थइ थामं आगच्छइ पडिल्लिया
देवेमि से वसी करणं गुज्झ-जेसं तु साडिमो (१२०२) निगडाइंच से देमि पमडउं तहिं नियंतिया
एवं साजुण्ण-वेसमा मणसा परितपिउं सुवे (१२०३) ताखंडोहा सिमिणम्मि गुन्झंसाडिअंतगं
पेच्छइ नियडे य दिजंते कण्णे नासं च बटियं (१२०४) सा सिमिणत्यं वियारेउं नवाजह कोइ न याणइं
कह कह विपरिममंतीसा गाम-पुर-नगर-पट्टणे (१२०५) छम्मासेणं तुसंपत्ता संखडं नाम खेडगं
तत्य वेसमण-सरिस-विहवरंडा-पुत्तस्स सा जुया (१२०६) परिणीया महिला ताहे मच्छरेण पञ्जले ददं
रोसेण फुरफुरंती साजा दियहे केइ चिट्ठइ (१२०७) निसाए निब्परं सइयं खंडोट्ठी तावपेच्छा
तंदटुंधाइया चुल्लिं दित्तं धेत्तुंसमागया
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