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துனைனுகனுகதை
בראווה
יורט
כל דור ודור וילה בניו
कल्पद्रुम-सधर्माण-मिष्टप्राप्तौ शरीरिणाम. चतुर्धा धर्म-देष्टारं, धर्मनाथ-मुपास्महे..१७.
श्री धर्मनाथ भगवान च्यवन : वैशाख शुक्ला ६
(रत्नपुरी)
१५ ४ | ३ | २
जन्म
: माघ शुक्ला ३
(रत्नपुरी) दीक्षा : माघ शुक्ला १३
(रत्नपुरी) केवलज्ञान : पौष शुक्ला १५
(रत्नपुरी) निर्वाण : ज्येष्ठ शुक्ला ५
(सम्मेतशिखर)