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अथ चिन्तामणजी खरतर गच्छ की १३ गुवाड़ के नाम
१- गोलछा, खजानची, गुलगुलिया, मोणोत, रांका, छाजेड़, खटोल एक गुवाड़ छै I
२ - आदु गुवाड़ भमाणी अब नाहटा, भुगड़ी, कोठारी, सुखानी, रांका, गोलछा, खटोल गुवाड़ १
३ - रांगड़ीमें बोथरा, मालू गुवाड़ १
४ - सुखाणी, भदाणी गुवाड़ १
५- पुगलिया, बोथरा, सांढ, मिनीया, छोरिया, मुकीम, सीपाणी, बडेर, साह गुवाड़ १ ६-मरोटी, बुचा, बडेर, सुखलेचा, सेठी, नाडवेद, साह एक गुवाड़ बजे है !
७ - आदु गुवाड़ सिरोहिया, बांठिया, मलावत अब सेठिया, पारख, डागा, सीपानी एक गुवाड़ सेठियां री बजै छै ।
८- कोठारी, कातेला, सावणसुखा, पारख, ढढा एक गुवाड़ कोठास्यारी बजे है ।
६ - वेगाणी, पारख, कावड़िया, कात्रक, मिश्रप गुवाड़ एक बजे वेगाण्यांरी ।
१० - डागा, राजाणी गुवाड़ एक ही है दूसरी जातवी नहीं ।
११ - आदु गुवाड़ वेगड़ा, बाफणा, अब दसाणी, सुखाणी, लालानी, पटवा, मोणोत, लोढा, सोनावत, तातेड़, ढढा गुवाड़ १ जात ६ भेली बसे ।
१२ - डागा पूजांणी प्रोलबाला गुवाड़ १ छै ।
१३ -- वच्छावत, डागा गुवाड़ १ बजे छै । ये तेरह गुवाड़ का नाम जानवा ।
अथ महावीरजी कवलै गच्छकी १४ गुवाड़ों के नामः ।
१ - गवाड़ आदु छाजेड़, छजलानी, अब सुराणा, चोरड़िया, एक गुवाड़ सुराणारी बजे है २--जेठावत, गीडी गुवाड़ एक ही है और इसी भी केवैछेके पेली अठै भी छजलानी
भी रहते थे और अब बजे तो फकत सुराणां की है पिण सब भेले हैं और गुवाड़ दो है । ३- गवाड़ दांती सुराणा की ।
४ - गवाड़ सुनावत, मलावत, आदु अब अचारज विरामण रहते हैं कई सुनावत भी है। ५- गवाड़ अभाणी, दफतरी, बगसी, भुगड़ी गुवाड़ १ अभाण्यांरी ।
६- गवाड़ आंचलियां की आदु अब कावड़िया, वगसी गुवाड़ एक वजैछै वीरामण बहोत है उसमें ।
७- गवाड़ वेद मुंहता की एक ही गुवाड़ है।
८- गवाड़ सैसै बाबै पासै पुगलिया, सीपाणी, आदु अब कंदोई मेसरी ढूँढनी । ६--सीपाणियां री ।
१० - गवाड़ चोधरी आदु अब बांठिया, बरडिया, पुगलिया और मेसरी कोठारी । ११ - गबाड़ आसाणी, भवस्या की ।
"Aho Shrut Gyanam"