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बीकानेर जैन लेख संग्रह
धर्मशाला
( २८८८ )
कुण्ड पर
॥ सं० || १९७६ शाके १८४१ सन् १९१९ श्रावण सुदि ८ चन्द्रवारे महाराजाधिराज महाराजा श्री १०८ श्री जवाहिर सिंहजी महाराजकुमार श्री गिरधरसिंहजी श्री वृ० खरतर गच्छे उस वंशे बहुफणा हजारीमल मु० बरढिया राजमल श्रीलौद्रवपुर मध्ये जीरणउद्धार धर्मशाला जल रो टांका पाने कुंड करापितं । हस्ताक्षर पं० प्र० वृद्धिचंद्र मुनि कारीगर मेंणू लालूखां ।
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*समाप्त*
"Aho Shrut Gyanam"