SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 588
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह M (२८७८) संवत् १६७५ मार्गशीर्ष सुदि १२ गुरौ श्री नमिनाथ बिंब का० भ० थाहरू भार्या कनकादे पुत्ररत्न मेघराजेन प्र० श्री जिनराजसूरिभिः। श्री बृहत्खरतर गच्छ ... ... ... सं० १६७५ मार्गशीर्ष सुदि १२ श्री संभवनाथ बिंबं का० भ० थाहरूकेन प्र० युगप्रधान.... ( २८८०) श्री गौड़ी पार्श्व बिंबं प्र० श्री जिनराजसूरिभिः । (२८८१ ) ॥६॥ ॐ नमो तित्थस्स ॥ स्वस्ति श्री सुखसिद्धि रिद्धि लतिका, पाथोद पाथोभर यावमंगल भेद संगम मिलटल्लक्ष्मी रमा मंदिरम् । माया बीज निविष्ट मूर्ति महिमा संलीन योगीव्रज । वन्दे लौद्रपुरीश मण्डन मणिं श्री पार्श्वचिन्तामणिः ॥१॥ शुभं भवतु । कल्याणमस्तुः ॥ श्री ॥ (२८८२) ___A ॥६॥ सप्त फणिद सुविशाल सामी चिन्तामण दाई। माया बीजमझारि तामि त च तिनि घरि आई। वंछितपूरणि रेल जाणि चिन्तामणि पूठउ। कलपिवृक्ष सुरधेन सही अमृतरस बूठउ । पहवउ देव लुद्रपुर धणी थिर थापिउ मन भावसुण पुनसी तुझना सदाः परतख सुप्रसन्न पास जिण। B संवत् १६७३ चैत्र सुदि ५ दिने सोमवारे श्रीमाया बीजमध्येः श्रीपार्श्व बिम्ब स्थापितं । ( २८८३ ) धातुमय प्रतिमा पर सं० १५७५ वर्षे श्री मूलसंघे भ० श्री विजयकीर्ति गुरूपदेशात् गा० जोगा भा० जसदे। ( २८८४) दादासाहब के चरण ( सिंहासन में ) श्री दादाजी श्री जिनकुशलसूरिजी सं १८१६ आसुज सुद् १० वार अदत । (२८८५) ..............गली मोतु तुभ्यां श्री शांति बिंबं का० प्र० श्रीजिनहर्षसूरि । (२८८६ ) सं० १५४८ वशाख सुदि ३ श्रीमूलसंघ भट्टारक जी श्री जिनचंद्र..... ( २८८७) संवत १५४८.....श्री जिनचंद्र कनने पणमते सहर मडासा श्री राजा सीसिंह । "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy