________________
बीकानेर जैन लेख संग्रह
(२७०१) संवत् १५१८ वर्ष ज्येष्ठ . . . . 'रंग मंडलीकादि परिवार सहि · 'सहसा श्रावकेण सं० महिराज पुण्यार्थ सूत्रधार सांगण घटितं।
त्रिभूमिया चौमुख पर A. विक्रम संवत् १५१८ वर्षे श्री जेसलमेर महादुर्गे राउल श्री चाचिगदेव विजयि राज्ये ऊकेश वंशे चोपडा गोत्रे सा० हेमा पुत्र पूना तत्पुत्र दौता तत्पुत्रपांचा तत्पुत्र सं० सिवराज सं. महिराज सं० लोला तद बांधवेन सं०.......
___B. सूहवदे सुत्र सं० थिरा सं० महिराज भार्या महिगलदे पुत्र सहसा साजण सं० लोला भार्या लीलादे पुत्र सं० सहजपाल रत्नपाल सं० लाखण भार्या लखमादे पुत्र सिखरा समरा माला मोढा सोढा कउंरा पौत्र ऊधा श्रीवत्स सारंग सद्धा श्रीकरणं ऊगमसी सदारंग भारमल्लसालिग सुरजन मंडलिक पारस प्रमुख परिवार सहितेन वा० कमलराज गणिवराणां सदुपदेशेन मातृ रूपी पुण्यार्थ श्री कल्याण त्रय ।
C. श्रीसुमति बिंबानि कारितानि प्रतिष्ठितानि श्री खरतरगच्छे श्री जिनभद्रसूरि पट्टालंकार श्री जिनचंद्रसूरिभिः। वा० कमलराज गणिवराणां शिष्य वा० उतमलाभ गणि प्रणमति ।
(२७०३ )
पादुका लेखसंवत् १५१८ वर्षे ज्येष्ठ वदि ४ दिने ऊकेश वंशे कूकडा गोत्रे चोपडा शाखाया सा० पांचा पुत्र सं० सिवराज महिराज पुत्र लोला बांधवेन सं० लाखण सुश्रावकेण पुत्र सिखरा समरा माला महणा सहणा कउंरा पोत्र श्रीकरण उदयकरण प्रमुख परिवार सहितेन श्री आदिनाथ पादौकारे वो प्रतिष्ठिता श्री खरतरगच्छे श्रीजिनभद्रसूरि पट्टालंकार श्रीजिनचंद्रसूरिभिः ॥
( २७०४ )
प्रतिमा पर सा० सहसा साजण श्रावकाभ्यां महिगल पुण्यार्थ
(२७०५)
पंचतीर्थी सं० १४८५ वर्षे प्राग्वाट व्य० गुणपाल भार्या सती पुत्र व्य० महिंदा गलाभी भार्या श्रीयाद पुत्र चाचादि युताभ्यां पूर्वज श्रेयोथं श्री पार्श्वनाथ बिंबं कारिता प्र० श्रीसूरिभि : भी शीतलनाथ जी का मन्दिर
( २७०६)
गर्भगृह सं० १९२८ मि० माष सुदि १३ प्र. जं. यु० प्र० भ० श्री जिनमुक्तिसरिभिः हत्खातर गच्छे कारापिते श्री जे......... ..................(पाषाण प्रतिमा-पची में दवा)
"Aho Shrut Gyanam"