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________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह श्री कुन्थुनाथजी का मन्दिर ( २२०६ ) दादाजी के चरणों पर शुभ संवत् १९८८ का माघ सुदि १० ज्ञवारे जं० यु० प्र० भ० श्री जिनकुशलसूरि चरणकमल कारित उदरामसर वास्तव्य बोह० हजारीमलादिभिः प्रति। महो० श्री लक्ष्मीप्रधान गणि पौत्र शिष्य उ० जयेन्दुभिः (२२०७ ) यक्ष बिंब पर संवत् १९८८ श्री गन्धर्व यक्ष मूर्ति माघ सुदि दशम्यां । ( २२०८) शासनदेवी की मूर्ति पर संवत् १९८८ का श्री बलादेवी मूर्ति १७ माघ सुदि १० । धातुप्रतिमादि लेखाः ( २२०९) मूलनायक श्री कुन्थुनाथजी सं० १५५६ वर्ष वशाख सुदि ११ शुक्र उ० ज्ञा० सा० काह्रा भा० कील्हू पु० गांगा सांगाकेन भा० बोधी पु० राजा हीरा तथा गांगा भा० मोही पु० मांडण सहितेन भ्रातृ गांगा निमित्तं श्री कुन्थुनाथ बिंबं का० प्र० श्रीसूरिभिः ( २२१० ) श्री कुन्थुनाथजी संवत १६८५ वर्षे 'आ० सहजबाई कारितं श्रीकुन्थुनाथ बिंबं प्रतिष्ठितं श्रीविजयाणंदसूरिभिः । धातु के यंत्र पर शुभ सं० १९८४ का० चैत्र सुदि १५ वार रवि पूनमचन्द कोठारी भार्यया कारित प्रतिष्ठितं च उ० जयचन्द्र गणिभिः "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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