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________________ १७८ बीकानेर जैन लेख संग्रह ( १३५५ ) श्री महावीर सपरिकर सं०१५............... ................ श्री महावीर बिबं का० प्रति. श्री धर्मदेव सूरिभिः (१३५६) श्री मुनिसुव्रत पंचतीर्थी सं० १५१० वर्षे माघ सुदि ५ शुक्र श्री ब्रह्माण गच्छे श्री श्रीमाल ज्ञातीय पटसूत्रीया महिया भा० सूलेसरि पुत्र मांडण भा० रूपी पुत्र झालाकेन पुत्रो श्रेयसे मुनिसुव्रत स्वामी बिंबं कारितं प्रतिष्ठितं भ० पजून सूरिभिः (१३५७ ) श्री पार्श्वनाथ सपरिकर ॥६० सं० १३४६ वैशाख सुदि ७ श्री पार्श्वनाथ बिंबं श्री जिनप्रबोधसूरि शिष्यैः श्री जिनचन्द्र सूरिभिः प्रतिष्ठितं कारित ....... रा. खीदा सुतेन सा० भुवण श्रावकेन स्व श्रेयोर्थ आच्छद्राकं नंदतात् ( १३५८) सपरिकर धर्मनाथजी ॥ संवत् १४८५ वर्षे ज्येष्ठ सुदि १३ सोमे उसवाल झातीय खटवड़ गोत्रे सा० अमरा पु० नीबा भा० मेघी पु० जूठिल खांखण जूठिल पु० खेता खाखणाभ्यां श्री धर्मनाथ बिंब कारापितं प्र० श्री धर्मघोष गच्छे श्री पद्मशेखर सूरिभिः ॥ छ । (१३५६ ) सं० १४६१ (१) वर्षे फागुण वदि ...............''पु० रामेन भा० सोनल सहितेन पितृ श्रेयसे श्री शांति बिं का० प्र० श्री गुणप्रभ सूरिभिः (१३६० ) सं० १५०१ ज्येष्ठ वदि १२ सोमे उप० ज्ञा० स० जेसा भा० जसमा दे पु. कान्हा रता रामा कान्हा भा० श्याणी स० पितृ मातृ श्रे० श्री नमिनाथ बि० का०प्र० श्री वृहद्गच्छे श्री नरचन्द्र सूरि पट्टे श्री वीरचन्द्र सूरिभिः ॥ १४॥ ॥ सं० १५०६ वर्षे मा० सु० १० ऊकेश ज्ञा० वरणाउद्रा वहुरा गो० सा० राणा भा० रयणादे पु. तेजा भा० तेजलदे पु० तेता स० श्री वासपूज्य वि. का० प्र० श्री संडेर गच्छे श्री शांति सूरिभिः "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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