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________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह (१३२३) श्री धर्मनाथादि पंचतीर्थी ॥ सं० १५०८ वर्षे आषाढ़ वदि २ सोमे श्री नाहर गोत्रे सा० कूपा भार्या चिणखू पुत्र डालूकेन श्री धर्मनाथ बिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्री धर्मघोष गच्छे श्री विजयचंद्र सूरि पट्ट श्री साधुरत्न सूरिभिः (१३२४) सपरिकर पार्श्वनाथ जी सं० १२२७ आषाढ़ सुदि १० ठ० आभड़ेन निज भार्या शीत निमित्तं प्रतिमा कारिता (प्र०) हरिभद्र सूरिभिः (१३२५) सपरिकर श्री शांतिनाथजी संवत् १४६३ (१) वर्षे शु०...श्रे० पल्हूया भा० वारू सुतया श्रे० देपाल राणी सुत पोपा भार्यया लाख श्रे० पोपासुत सोमा खेनू मुंणादि युतया श्री शांति बिंबं कारितं प्रतिष्ठितं तपा पक्षे श्री सोमसुन्दर सूरिभिः (१३२६ ) शांतिनाथादि पंचतीर्थी सं० १५०६ पोष वदि २ बुधे श्री श्रीमाल ज्ञातीय मं० जेसा भार्या जसमादे सु० कडुया भा०२ कोल्हणदे द्वि० करमा देव्या स्वश्रे० श्री शांतिनाथ बिंबं कारितं आगम गच्छे श्री हेमरत्न सूरीणामु प्र० श्री सूरिभिः (१३२७ ) श्री संभवनाथादि पंचतीर्थी सं० १४६६ बर्ष माह सुदि १० शुक्रे श्री श्रीमाल ज्ञातीय व्य० मऊठा भार्या करणी पितृ श्रयोथं मातृ श्रेयसे सुत लखमणकेन संभवनाथ पंचतीर्थिका श्री नागेन्द्र गच्छे श्री गुणसमुद्र सूरिभिः प्रतिष्ठित ( १३२८ ) श्री शांतिनाथादि पंचतीर्थी सं० १४२७ वर्षे ज्येष्ठ सुदि १५ शुक्र श्री उपकेश गच्छे श्री ककुदाचार्य संताने श्री सुचिंतित गोत्रीय सा महीपति भा० भीमाही पुत्र हीराकेन मात्म श्रे० श्रीशांतिनाथ बिबं का० प्र० श्री देवगुप्त सूरिभिः ॥ २४ "Aho Shrut Gyanam".
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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