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________________ १५८ बीकानेर जैन लेख संग्रह ( १२३०) अम्बिका की मूत्ति पर सं० १३५१ वर्षे पोष वदि ३ बुधे भीमपल्या श्री ब्रह्माण गच्छे गांधरणि ये तश्चरे पत्र जा श्री .................."बिका कारित । ( १२३१) श्री अम्बिका की मूत्ति पर सं० १४६१ माघ सुदि ५ बुध ओसवंशे संखवालेचा गोत्रे सा- बीका पुत्र भोजाकेन गोत्र देवी अम्बिका कारिता प्रति ० श्री जिनसागर सूरिभिः । ( १२३२ ) श्री अम्बिका प्रतिमा पर सं० १३५५ वैशाख वदि ७ शुक्र प्राल्हण साहेन अम्बिका कारिता प्र० श्री कमलाकरसूरिभिः ( १२३३ ) ताम्र के यंत्र पर मुंधड़ा हीरालालजी रे शरीर रै कुशलं कुरु २ ॐ ह्रो धरणेन्द्र पद्मावती प्रसादेन शुभं भवतु श्रीसहवफणापार्श्वनाथजी की देहरी (मन्दिर के पीछे उत्तर की ओर ) पाषाण प्रतिमाओं के लेख ( १२३४) श्री सहस्रफणा पार्श्वनाथजी १॥ प्रतिष्ठितं जं । यु । प्र। भ! श्री जिन सौभाग्य सूरिभिः २ ॥ श्री विक्रम संवत्सरात १६०५ रा वर्षे शाके १७७० प्रवर्त्तमाने मासोत्तम मासे माधव मासे शुक्ल पक्ष पूर्णिमायाँ १५ तिथौ गुरुवा ३ सरे । मरुधर देशे श्री बीकानेर नगरे राठौड़ वंश उजागर महाराजाधिराज राज राजेश्वर नरेन्द्र शिरोमणि श्री रतन सिंह जी सवाई वि ४ जय राज्ये! महाराज कुंवार श्री सिरदार सिंह जी युवराज्ये 1 श्री सहस्रफणा पार्श्व जिन विंबं कारापितं श्री बीकानेर वास्तव्य ओसवाल । "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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