SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 290
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह 121 // सं० 1516 वर्षे फलउधि वासी प्राग्वाट व्य. सोहण भा० पूंजी पु० नेलाकेन भा० मेलादे पु० धन्ना बना देवादि कुटुंब युतेन श्रीसुमतिनाथ विंबं कारितं प्र० तपा श्रीमुनिसुदरसूरि पट्टे श्रीरत्नशेखरसूरि प्रवरैः / / // सं० 1516 वर्षे सिरोही वासी श्रे० गेहा भार्या हजी नाम्न्या पु० पदा मदा भा० मंकु गउरी पु० भाखर खेतसी जीवा कुटुंब युतया श्रीअजितनाथ सिंबं कारितं प्रतिष्ठितं तपा गच्छे श्रीसोमसुवरसूरि श्रीमुनिसुंदरसूरि पट्टे श्रीरत्नशेखरसूरिभिः // (663) सं० 1516 चैत्र वदि 4 ऊकेश वंशे सा० श्रे धन्ना भार्या तारू पु० शिवाकेन भ्रा० भापा पु० उदा तारा का 4 भ्रा० सादा पु० सोभा 5 त्रासरवण 2 भ्रा० सूरा पु० दूल्हादिक परिवार युतेन स्व श्रेयो) श्रीकुंथुनाथ बिवं कारितं श्रीखरतर श्रीजिनभद्रसूरि पट्टालंकार श्रीजिनचंद्रसूरिभिः प्रतिष्ठिसं राका भूया। . (664) ___ सं० 1516 वर्षे चैत्र वदि 5 गुरौ श्रीश्रीमाल ज्ञा० पितृ आसा मातृ चांपू श्रेयसे पुत्र झांझण वसता ठाकुर एतैः भ्रातृ गोला निमित्तं श्रीविमलनाथ बिंबं पंचतीर्थ का० प्र० पिप्पलगच्छेश त्रिभु० श्रीधर्मसागरसूरिभिः वावड़ियाः / / (8 ) सं० 1516 वै० 50 1 ऊकेश म० कडूआ पाल्हू पुत्र सं० चांपाकेन भा० चापलदे पुत्र रूपा कुटुंब युतेन श्रीपश्नप्रभ बिंबं का० प्र० गच्छे सूरिमिः तपा श्रीरत्नशेखरसूरिणां उपदेशात् सीरोही नगरे॥ (666) संवत् 1516 व० वैशाख वदि 13 रवौ उसवाल शातौ पाल्हाउत गोत्रे देल्हा पुत्र सांडू गणी नगराज श्रेयसे श्रीमल्लिनाथ बिंब कारापितं श्रीमलधारि गच्छे प्रतिष्ठितं श्रीश्रीमुनिसुदरसूरिभिः // (667) संवत् 1516 वर्षे आषाढ सुदि / शुक्र ऊकेश ज्ञातौ भाभू गोत्रे सा० सूजू पुत्र सिरिआ तस्य भार्यया बलिनाम्न्या श्रीमजितनाथ विधं कारित निज श्रेयसे प्रतिष्ठितं श्रीसर्वसूरिमिः / / "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy