________________ 120 बीकानेर जैन लेख संग्रह (684) // संव० 1515 वर्षे आषा० व० 1 ऊकेश वंशे नाहटा गोत्रे सा० पाल्हा भार्या पाल्हणदे सुत सा० देपाकेन भा० देल्हणदे भ्रातृ लखा पुत्र देवा पेथराज नगराजादि युतेन श्रीश्रेयांस बिंबं स्वपुण्यार्थं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीखरतर गच्छे श्रीजिनभद्रसूरिभिः / / श्रीरस्तुः / / (985) // सं० 1515 मार्गसिर वदि 11 वृ० उ० ज्ञा० बहुरा वंशे / अरसी भा० आल्हणदे पु० देवाकेन भा० देवलदे पु० शिवराज जगा सह स्व श्रे० संभवनाथ का० प्रति० श्रीचित्रवाल गच्छे श्रीमुनितिलकसूरि पट्टे श्रीगुणाकरसूरिभिः / / 686 / / सं० 1515 वर्ष मार्गसिर सुदि 1 दिने उकेश वंशे डाकुलिया गोत्रे सा० संग्राम पुत्र सा० सहसाकेन भार्या मयणलदे पुत्र साधारण प्रमुख पविार सहितेन श्रीसुमतिनाथ बिबं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीखरतर गच्छे श्रीजिनभद्रसूरि प? श्रीजिनचंद्रसूरिभिः / / (687 ) / / सं० 1515 वर्षे मार्ग शुक्ल 1 दिने श्राऊकेश वंशे परि० धन्ना पुत्र परिक्ष लुढा सुश्रावकेन भार्या लूनादे पुत्र सा० वीरम भा० गुणदत्त प्रमुख परिवार युतेन स्वपुण्यार्थं श्रीशांतिनाथ बिबं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीखरतर गच्छ श्रीजिनभद्रसूरि प? श्रीजिनचंद्रसूरिभिः / (688) सं० 1515 वर्षे माघ सुदि 14 बुध प्राग्वाट वंशे पंचाणेचा गोत्रे सा० कान्हा भार्या कश्मीरदे पुत्र सा० सांगाकेन भा० चांपलदे पु० सा० रणधीर पर्वतादि सहितेन स्व पुण्यार्थ श्रीधर्मनाथ बिंबं कारितं प्रति० श्रीखरतर गच्छे श्रीजिनसुन्दरसूरिभिः (686 ) // सं० 1515 वर्षे फागुण सुदि 12 बुधे श्रीश्रीवंशे सा० भूपा ( सांडसा ) कुले श्रे० भोला भा० वुटी सा० राजाकेन भा० राजलदे भ्रा० साजण प्रमुख समस्त कुटुंब सहितेन श्रीअंचल गच्छ गुरु श्रीजयकेसरिसूरीणामुपदेशेन स्व श्रेयसे श्रीसुमतिनाथ बिंबं कारितं प्र० श्रीसंघेन // श्री / / (660) ...' सं० 1515 वर्ष शमी वासी श्रीश्रीमाल व्य० नीना भा० पची श्रेयोथं व्य० गडगा भोजा गजा चांपादिभिः श्रोकुंथुनाथ बिंबं का० प्र० श्रीमुनितिलकसूरि पट्टा B लंकार श्रीराजतिलकसूरीणामुप प्र० शुभं / / पूर्णिमा पक्षे + आगे के भाग को घिसकर 'B' लेख लिखा गया है व भिन्नाक्षरों में सं० 1610 लिखा है। "Aho Shrut.Gyanam"