SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 173
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह पाषाण प्रतिमाओं और पादुकाओं के लेख ॥ सभामण्डप ।। (१२) श्री महावीर स्वामी और दोनों तरफ खड़ी दो मूर्तियों पर संवत् १६१६ फागुण सुदि १३. 'ओसवाल ज्ञातीय चोपड़ा गोत्रे कोठारी जिणदास भार्या सरूपाकेन.श्रीमहावीर विवं कारितं ।। ॥ श्री गौतम स्वामी॥ मूर्ति ब्रह्मचारी सा० तराराज ! श्रीपार्श्वनाथजी सं० १९३१ व । मि । वैशाख सुदि ११ तिथौ श्रीपार्श्व जिन किं । प्र। म० श्रीजिनहंससूरिभिः ॥ कारितं श्रीसंघेन श्रीबीकानेर नगरे । (१४) पीलेपाषाण की गुरु मूर्ति पर श्रीजिनकुशलसूर......... ( १५ ) पाषाण के चरणों पर ॥६०॥ संवत् १६४० वर्ष भाद्रवा सुदि १३ दिने श्रीखरतरगच्छे श्रीविक्रमनगरे वा० अमरमाणिक्य (1) ना पादुका ।। पाषाण के चरणों पर संवत १५६७ वर्षे फागुण सुदि ५ दिने श्रीकमलसंयम महोपाध्याय पादुके भक्त्यार्थ कारिते ।। ॥ भमती की देहरियों के लेख ।। ( १७ ) चरण पादुकानों पर संवत् १६०५ वर्षे शाके १७७० प्रमिते माधव मासे शुक्ल पक्षे पौर्णिमास्यां तिथौ गुरुवार वृहत्खरतर गणाधीश्वर भ । जं । युगप्र। श्री १०८ श्री जिनहर्षसूरिजित्पादुके श्रीसिंधन कारापित प्रतिष्ठितं च भ । जं । यु । प्र| श्रीजिनसौभाग्यसूरिभिः ॥ श्रीविक्रमपुरवरे ।। श्री ।। "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy