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श्री सुस्थित ५
( श्रीहस्तिरि के पाट पर )
श्रीइदिन्न (श्रीजी के पाट पर )
श्री दिन्न शिष्यो २
( श्रीइंद्रदिन के पाट पर )
श्री शांतिसेन
[११]
(७) श्रीरक्षित
(८) श्री रोहनुस
(ए) श्री रिषिगुप्त ए
(१०) श्री गुप्त १०
(११) श्रीब्रह्म ११
( १२ ) श्री सोम १२
( शिष्य - ५ )
( ( ) »lisha (
( २ ) श्री प्रियग्रंथ 2
( ३ ) श्रीविद्याधर गोपाल ३
( ४ ) श्रीशषिदत्त ४
( ५ ) श्री दत्त ५
( शिष्य---२ )
( १ ) श्री ध्यार्यशांतिसेन १
न शिष्यत्वारि ४
( २ ) श्री सहनिरि २ नइ शिष्य व
( शिष्य - ४ ) ( १ ) श्री सेन १
"Aho Shrut Gyanam"