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पट्टक पर।
[2540] * (१) ॥ संवत् १९२७ का शाके १९ए३ प्र. (१) वर्तमाने मिति माघ सुदि १३ गुरौ (३) श्रीबीस वहिरमान जिनबिंबा (५) नि प्रतिष्ठितं च श्रीमवृहत्खरतर (५) गठाधीश्वर । जं । यु । प्र। जट्टारक श्री (६) जिनमुक्तिसूरिनिः ५ कारापितं श्री (७) जेशलमेरस्थ श्रीसंघेन स्वश्रे(७) योर्थ ॥ नि । कृष्णचं ॥
यंत्र पर।
[2541] (१) ॥ प्रतिष्ठितमिदं यंत्रं जंगमयुगप्रधान जट्टारकेन्षु श्री १०० श्री श्रीजिनमुक्ति
सूरिवरैः सपरिकरैः श्रीजेसलमेर अमर- : (२) सागरमध्ये महारावलजी श्री १०७ श्रीवैरिसालजीविजयराज्ये कारितं बाफणा
गोत्रीयः संघवी श्रीप्रतापचं पुत्रैः हिमः
* श्री बोस बिहरमाण के पाषाण के पट्ट पर यह लेख खुदा हुआ है। यह ७ इंच लम्बा और ६ इंच चौड़ा आठ पंक्तियों में है।
+ यह ह यंत्र" पोले पाषाण में खुदा हुआ है।
"Aho Shrut Gyanam"