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महिराज ..." जात नागानिमित्तं श्री शांतिनाथ विधं का प्र० श्री विद्याधर गछे जा श्री हेमप्रज सूरिभिः ॥ मांडलि वास्तव्यः ॥ १ ॥
श्री वासुपूज्यजी का मंदिर - सहादलगंज ।
पंचतीर्थी पर।
1625] सं० १५७६ वर्षे वैशा० सुदि ६ सोमे यूगड़ गोत्रे सा वीव्हा ना पूना पु०४ सा मेहा ना रेडाही सा कामी नाण झूला सा पूला जाण् मूलाही सा० उदा० ना० षीमाह। साण सधारण श्री सुविधिनाध विवं कारितं रफुल ग श्री सूरि प्रतिष्ठितं ।।
श्री पार्श्वनाथजी का मंदिर - सहादतगंज ।
मूलनायकजी पर।
[1826] ॥ संवत् १९७"
पचतीथियों पर।
___[1627] संवत् १५६७ वर्षे वैशाष सुदि ३ दिने श्री श्रीमाल झातीय श्रेष्टि राजस्ल भार्या लानी सुत जोगा नार्या रूपो जसमादे सुन करमण काहा करमण नार्या रत्नादसहितेन श्री शांतिनाथ विवं कारापितं श्री ..." गछे शांति सूरि पद्देश सर्वदेव सूरिनिः। कंथरावी वास्तव्यः॥
[16281 संवत् १६३० वर्षे वैशाष शित पंचम्यां तिथौ सोमे मेड़तानगर वास्तव्य समदड़ीया गोत्रीय । उकेश शातीय वृद्धशाषीय सा० माना जा० मनरमदे सुत रामसिंह नाम्ना जात रामसिंह प्रमख कुंटुबयुतेन श्री शांतिनाथ विवं कारितं प्र तपा ग श्री अकबर सुरत्राए.
"Aho Shrut Gyanam"