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[117] सं० १५११ बर्षे पोष बदि ५ बुध श्री ब्रह्माण गछे श्री श्रीमाल ज्ञातीयः श्रेण मांश्या ला० राणा सु० बस्ता पा० श्रलवेसरि नाम्न्या खजर्तृ श्रेण श्री कुन्थुनाथ वि० प्र० श्री विमल सूरिनिः । बगुजा बास्तव्यः ॥
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सं० १५३५ बर्षे बैशाख बदि ५ रबी श्री नावमार गछे उपकेश ज्ञातीय वांगीया गोत्रे व्य० मीमण ना हलू पु० सादा ना० सूहगद पु० नेमीचन्द --- जात नेमा पुण्यार्थ समस्त कुटुम्ब श्रेयसे श्री सुविधिनाथ प्रमुख चतुर्बिशति पट्ट का प्र० श्री कालकाचार्य सन्ताने ज० श्री नावदेव सूरिनिः॥ सीरोही बास्तव्यः शुजम्नवतु ॥
- [110] सम्बत १५५१ वर्षे पोष सुदि १३ शुक्र श्री श्रीबंशे सा श्रदा जाप धर्मिणि पुत्र सा० वस्ता सा तेजा सा पीमा सा तेजा जार्या लीलादे सुश्राविकया स्वपुण्यार्थं श्री शान्तिनाथ विवं श्री अंचल गछेश श्रीमत् श्री सिद्धान्त सागर सूरीणामुपदेशेन कारितं प्रतिष्ठितं श्री पत्तन नगरे श्री सकेन ॥ श्रीः॥
1 [120] सं० १६६७ ब ज झा जड़िया गोण्स होला पुत्र स० पूरणमल्ल पुत्र सं0 नूपतिना श्री विमलनाथ बिवं महोपाध्याय श्री विवेकहर्ष गएयुपदेशात्का प्रा तपा गठे ज० श्री विजयसेन सूरिनिः ॥ ॥ श्री चंऽप्रनु खामीका मन्दिर-माणिकतला ॥
J [121] सं० १५११ बर्षे आषाढ़ बदि ए मागा उकेश ज्ञातीय सा जैसिंग जा चंनी पुत्रेण