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सांचोर (मारवाड )
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स्वस्ति श्री संवत् १२२५ वर्षे वैशाख वदि १३ दिने श्री सत्य पुर महा स्थाने राज श्री भीमदेव कल्याण विजय राज्ये उपकेश ज्ञातीय भंडारी अंजग सिंह पुत्र भंडारी पाल्हा सुत छोघाकेन वृद्ध भातृ भ० साम वधू घासकितेन श्रा महावीर खेत्ये आत्म श्रेयसे चतुष्किका उद्धारः कारितः ॥
रत्नपुर ।
मारवाड़ के जसवंतपुरा इलाके में यह स्थान भी बहुत प्राचीन है ।
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ॐ संवत् १२३८ पोष बदि १० बला० नागू पुत्र थे० उद्धरण भार्यया श्रे० देवणाग पुत्रिकया उत्तम परम श्राविकया स्व श्रेयोर्थं श्री पार्श्वनाथ देव चैत्य मंडपे स्तंभोयं कारितः ॥
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ॐ ॥ संवत् १२३८ पोष बदि १९ ० आंत्र कुमार पुत्र थे. धवल भार्यया बला० नागू पुत्रिकया संतोख परम श्राविकया स्व श्रेयोर्थं श्री पार्श्वनाथ देव चैत्य मंडपे स्तंभयं कारितः ॥
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संवत् १३३३ वर्षे माघ सुदि १ प्रतिपदायां महामण्डलेश्वर राज श्री चाचिग देव कल्याण विजय राज्ये तनियुक्त महामात्य श्री जावा प्रभृति पंच कुल प्रतिपत्ती रत्न पुरे देव श्री पार्श्वनाथाय पौष कल्याणिक यात्रा निमित्तं मह माधव